नई दिल्ली: भारत सरकार ने सब्जियों से लड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसके तहत दिसंबर 2028 तक सभी सरकारी अधिसूचनाओं के तहत केवल चार महीने तक चावल का वितरण किया जाएगा। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) जैसी परिभाषा में अब जो चावल का आटा होगा, वह आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी 12 जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होगा। सरकार पूरी तरह से वित्तपोषित यह पहल, लक्ष्य और सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी जैसे गंभीर वित्तपोषित को दूर करने का लक्ष्य रखती है। इस कार्यक्रम से लाखों लोगों का पोषण बेहतर होगा और आयरन की कमी के जोखिम में 35% की कमी आएगी, जिससे प्रति वर्ष 16.6 मिलियन विकलांगता-एडजस्टेड लाइफ इयर्स (DALYs) बचेंगे।
भारत में फोर्ट असोसिएशन से पहले ही स्वास्थ्य सुधार में सफलता मिल रही है, जिसमें आयोडाइड नमक के माध्यम से घर की कमी को कम करना एक प्रमुख उपलब्धि है। राइस फोर्ट असिस्टेंस की शुरुआत 2020 में 15 राज्यों में एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में हुई थी, और मार्च 2024 तक इसे यूनेस्को में 100% स्टार्टअप के साथ पूरा किया गया। यह सबसे पहले भारत के बड़े पोषण मानकों के मानकों पर आधारित है, जिसमें बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तन वाली महिलाओं जैसे खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता में सुधार पर जोर दिया गया है।
इस कार्यक्रम की प्रगति को बनाए रखने के लिए कई अन्य प्रमुख पोषण कार्यक्रम भी साथ-साथ चल रहे हैं, जैसे कि पोषण अभियान, जो समग्र पोषण और स्वस्थ भोजन के दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है, और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई), जो गर्भवती और व्यापारिक महिलाओं के पोषण में सुधार के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इसके अलावा, निर्मित बाल विकास कंपनी (आईसीडीएस) और प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण (पीएम पोषण), जो मिड-डे माइल्स योजना का पुनर्जनन रूप है, बच्चों के पोषण पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।
सरकारी मंजूरी के तहत फोर्टी मोरे राइस का फोकस भारत के स्थिर विकास लक्ष्य 2 को पूरा करने की रणनीति का एक अहम हिस्सा है, जिसका उद्देश्य हर प्रकार के कौशल को खत्म करना है। इस सबसे पहले न केवल स्वास्थ्य में सुधार होगा, बल्कि पोषण संबंधी स्वास्थ्य देखभाल खर्चों में भी भारी बचत होगी। फोर्टी फोर्टी चावल और बेहतर पोषण को सार्वजनिक वितरण प्रणाली में शामिल कर, भारत के अपने नागरिकों के लिए एक स्वस्थ और मजबूत भविष्य की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है।