11 अक्टूबर 2024, इंदौर: शिवपुरी जिले में कोरोमंडल का क्षेत्र डे भंडार – देश की मशहूर कंपनी कोरोमंडल इंटरनेशनल लि. पिछले दिनों शिवपुरी जिले के ग्राम पहाड़ी बसाई में सैनिक श्री महेश रावत के क्षेत्र में फील्ड डे का आयोजन किया गया था, जिसमें कंपनी के एमडीटीद्वय श्री गोपाल सचिवालय और श्री आकाश कुमार शाक्य सहित करीब 15 किसान मौजूद थे।
एग्रोनोमिस्ट श्री भास्कर तिवारी शिवपुरी ने बताया कि फील्ड डे के दौरान उपस्थित किसानों को एसोसिएट डीएपी और एसोसिएट्स ग्रोमोर एसएलसी की भर्ती और इससे होने वाले वाले ने शानदार प्रदर्शन किया, साथ ही वर्तमान और आगामी फसल में सही समय और सही मात्रा में अपना उपयोग करें। सलाह दी गयी. किसान, तकनीकी विभाग और कृषक ग्रो मोर के लाभ से लेकर टमाटर की फसल में उपयोग तक की जानकारी। किसान श्री रावत ने बताया कि 3 बीघे में टमाटर हैं। टेक डीआईपी और टेक ग्रोमोर के प्रयोग से फ़सल बहुत बढ़िया है। कोरोमंडल ने जैसा कहा था, वैसे ही नतीजे देखने को मिल रहे हैं।
ग्रोमोर डी.पी. के बारे में – टेक्नोलॉजी टेक्नोलॉजी अब ट्रेंड्स में भी आ गई है। कोरोमंडल इंटरनेशनल विश्व के लिए भारत में निर्मित ग्रोमोर टिप्पणियाँ डीएपी अनाज, दाल, तिलहन वाली फसल, फल और चावल के अलावा कंद और जड़ वाली शिपमेंट की उपज और गुणवत्ता मानकों में सुधार करता है। पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए इस उत्पाद का उपयोग करना और इसे लेना भी बहुत आसान है। यह प्रमाणित की महत्वपूर्ण अवस्थाओं में सांख्यिकी की उपयोगिता क्षमता एकत्रित है, जिससे फसल का निर्माण होता है। इस प्रमाणित आंतरिक प्रणाली में अभ्यर्थियों और आवेदकों का फास्टेस्ट से आकलन और पूछताछ करने की प्रक्रिया को पुनः प्राप्त किया जाता है। यह मिट्टी के स्वास्थ्य में भी सुधार करती है। इसमें जिप्सम के आधार पर पारंपरिक डीपीए आधा बैग से लेकर एक बैग तक बदलने की क्षमता है।
उपयोग की मात्रा – एक लीटर/एकड़ (प्रत्येक 500 मिली लीटर के दो टुकड़े) करना चाहिए। पहली सफल फसल की बुआई/रोपाई के 25 -30 दिन बाद करें। दूसरा खलनायक फूल खिलने से पहले तीसरे चरण में यानी फसल की बुआई/रोपाई के 45 -50 दिन बाद करना चाहिए।
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